– महिलाओं की शक्ति, संस्कृति और समर्पण का प्रतीक बनी विद्हु
- संघर्ष से सफलता तक का सफर
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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
भारत की बेटी विद्हु ईशिका (Vidhu Ishika) ने मिसेज अर्थ इंटरनेशनल 2025 का खिताब जीतकर देश को गौरवान्वित किया है। यह जीत केवल एक ताज नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायक कहानी है– हार न मानने की, अपने सपनों के पीछे लगातार मेहनत करने की। भारत में टीवी शो होस्ट करने से लेकर अंतरराष्ट्रीय फैशन रैंप पर जलवा बिखेरने तक, विद्हु ने अपनी लगन, समर्पण और आत्मविश्वास से अपनी अलग पहचान बनाई है।
सौंदर्य ही नहीं, सोच और उद्देश्य की मिसाल
विद्हु सिर्फ एक ग्लैमर फेस नहीं हैं। वे Glam Guava की संस्थापक हैं, जो पर्यावरण हितैषी फैशन को बढ़ावा देती है। इसके साथ ही वे Tishaq प्रोजेक्ट की सह-संस्थापक भी हैं, जो संगीत, संस्कृति और पहचान को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करता है। उनकी जीत यह दिखाती है कि आज की महिलाएं केवल सुंदर नहीं, बल्कि जागरूक, सशक्त और उद्देश्यपूर्ण भी हैं।
इंस्टाग्राम पर उन्होंने लिखा, “यह सिर्फ एक ताज नहीं, यह हर टूटन, हर वापसी, हर उस क्षण का जश्न है जब मैंने डर की जगह उद्देश्य को चुना।” उन्होंने इस ताज को उन सभी महिलाओं को समर्पित किया जो सोचती हैं कि उनका समय अब निकल गया है। उन्होंने संदेश दिया—“अपने आप पर विश्वास बनाए रखें, आपका पल जरूर आएगा।”
बदलाव का संकल्प
विद्हु ईशिका की यह जीत केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि एक वैश्विक संदेश है। महिलाएं जब ठान लें, तो कुछ भी असंभव नहीं। वे अब अपने इस मंच का उपयोग पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण और फैशन व कला के माध्यम से सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देने के लिए कर रही हैं। उनकी सोच, संकल्प और सफलता आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी।