- स्वतंत्र किराया संरचना लागू
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नागपुर।
शहर के ऐप आधारित कैब ड्राइवरों (Cab drivers) ने ओला, उबर और रैपिडो जैसी सेवाओं की किराया नीति को दरकिनार करते हुए रविवार सुबह से अपनी स्वतंत्र किराया प्रणाली लागू कर दी है। नए ढांचे के अनुसार, अब 3 किलोमीटर की दूरी के लिए न्यूनतम 100 रूपये लिए जा रहे हैं, इसके बाद प्रति किलोमीटर 25 रुपये (एसी कैब) और 21 रुपए (नॉन-एसी कैब) चार्ज किया जा रहा है। विदर्भ ऐप बेस्ड टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष दीपक साने ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया, “नागपुर के करीब 4,000 से 5,000 कैब ड्राइवरों ने यह फैसला लिया है क्योंकि हमारे पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है।” पुणे में पहले से लागू इसी तरह की प्रणाली को आधार मानते हुए नागपुर के ड्राइवरों ने यह कदम उठाया है।
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यात्रियों से मिल-जुला प्रतिसाद, सरकार से बातचीत जारी
हालांकि कुछ यात्री नए किराए को स्वीकार कर रहे हैं, वहीं कुछ असंतुष्ट भी नजर आ रहे हैं। एक यात्री ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “5 किलोमीटर की यात्रा के लिए मुझसे 125 रुपये लिए गए, जबकि ऐप पर 87 रुपये दिखाया गया था।” ड्राइवरों का कहना है कि यात्री नए सिस्टम को स्वीकार कर रहे हैं और उचित किराया चुका रहे हैं। यदि कोई यात्री नई दरें मानने से इनकार करता है, तो ड्राइवर बुकिंग रद्द कर रहे हैं। इस बीच, यूनियन नेताओं और सरकारी एजेंसियों के बीच चर्चा जारी है। ड्राइवर दीपक भंडारकर ने बताया कि जब तक समाधान नहीं निकलता, तब तक यह व्यवस्था लागू रहेगी।
राज्यव्यापी आंदोलन की तैयारी
ड्राइवरों ने 18 जुलाई को राज्यव्यापी बंद का आयोजन किया था, जिसमें उनकी मुख्य मांगें शामिल थीं। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (RTO) द्वारा मानक किराया तय किया जाए, महाराष्ट्र सरकार की ई-बाइक टैक्सी नीति को रद्द किया जाए, और बिना जांच के ड्राइवर आईडी को ब्लॉक करने के नियम को वापस लिया जाए। अब आंदोलन और तीव्र होने जा रहा है। 15 जुलाई को मुंबई में राज्य भर के कैब ड्राइवरों की बैठक प्रस्तावित है, जिसमें आमरण अनशन की तारीख तय की जाएगी। ड्राइवरों का कहना है कि वर्षों से जिला प्रशासन से कई बार गुहार लगाई गई, लेकिन अबकी बार वे ज्यादा दृढ़ और आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं।