(Image Source-Internet)
नागपुर :
शहर को बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए नगर निगम द्वारा स्थापित ‘मेट्रोपॉलिटन सर्विलांस यूनिट’ (MSU) अब सेहत की निगरानी में प्रमुख भूमिका निभाएगी। इस यूनिट का काम विभिन्न विभागों और विशेषज्ञों के साथ तालमेल बनाकर शहरवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुरक्षा देना होगा। तीन दिवसीय प्रशिक्षण में यह संदेश दिया गया कि एमएसयू नागपुर के स्वस्थ भविष्य की दिशा में ‘कोऑर्डिनेटर’ की भूमिका निभाएगा।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण में मिली नयी दिशा
7 से 9 जुलाई 2025 तक भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ई-लायब्ररी, बजरिया में आयोजित प्रशिक्षण का शुभारंभ एनसीडीसी दिल्ली की संयुक्त निदेशक डॉ. शुभांगी कुलसंगे ने किया। समापन अवसर पर एनसीडीसी के संयुक्त निदेशक और आईडीएसपी प्रमुख डॉ. हिमांशु चौहान उपस्थित रहे। नगर निगम के चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकर ने प्रशिक्षण की अध्यक्षता की और एमएसयू की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला।
‘वन हेल्थ’ दृष्टिकोण से साझा प्रयास
प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों के साथ ‘इंटरडिपार्टमेंटल कोऑर्डिनेशन’ बैठक भी आयोजित की गई। इसमें जिला सर्जन डॉ. एन. बी. राठौड़, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर. पी. गहलोत समेत जीएमसी, इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज, एम्स, वाइल्डलाइफ रिसर्च सेंटर, महाराष्ट्र प्राणी संग्रहालय, वेटरनरी कॉलेज नागपुर के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य ‘वन हेल्थ’ दृष्टिकोण को अपनाते हुए मानव, पशु और पर्यावरण की समग्र सेहत को सुनिश्चित करना था।
रोगों की निगरानी से लेकर जनभागीदारी तक
प्रशिक्षण में विशेषज्ञों ने एमएसयू की जिम्मेदारियों, महामारी की पहचान, आईडीएसपी के अंतर्गत अन्य प्रयोगशालाओं के समन्वय, मच्छरजन्य रोगों की निगरानी, टीकाकरण से रोके जा सकने वाले रोगों, खसरा-रूबेला के समूल उन्मूलन और स्वास्थ्य आपातकालीन स्थितियों में समुदाय की भागीदारी जैसे विषयों पर जानकारी दी। अंत में, नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग की अधीक्षक दीपाली नागरे ने संचालन किया और आभार प्रदर्शन डॉ. वीरेन्द्र वानखेड़े ने किया।