डिजिलॉकर में अब पासपोर्ट वेरिफिकेशन रिकॉर्ड भी उपलब्ध

    04-Dec-2025
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- इलेक्ट्रॉनिक गवर्नेंस की दिशा में MeitY की नई पहल

DigiLockerImage Source:(Internet) 
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
डिजिलॉकर (DigiLocker), सरकार के डिजिटल डॉक्यूमेंट स्टोरेज प्लेटफॉर्म, ने पासपोर्ट धारकों के लिए एक अहम सुविधा जोड़ दी है। अब उपयोगकर्ता अपने पासपोर्ट वेरिफिकेशन रिकॉर्ड (PVR) सीधे डिजिलॉकर ऐप में देख सकेंगे। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा शुरू की गई इस नई डिजिटल सेवा का उद्देश्य पासपोर्ट प्रक्रिया को और अधिक तेज़, सरल और पूरी तरह कागज़-रहित बनाना है। पहले जहां वेरिफिकेशन पेपर हासिल करने के लिए पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) जाना पड़ता था, अब वही जानकारी डिजिटली उपलब्ध होगी। इससे न सिर्फ दस्तावेजों का झंझट कम होगा, बल्कि वेरिफिकेशन डेटा को कहीं भी, कभी भी सुरक्षित रूप से साझा करना आसान हो जाएगा।
 
सुविधा क्यों महत्वपूर्ण है?
नई सुविधा कई मायनों में नागरिकों के लिए फायदेमंद साबित होगी। सबसे पहले, समय की बचत होगी क्योंकि अब भौतिक दस्तावेज़ संभालने की जरूरत नहीं रहेगी। दूसरा, डिजिटल रूप में जारी होने के कारण पासपोर्ट वेरिफिकेशन रिकॉर्ड अधिक सुरक्षित रहेगा और उसमें छेड़छाड़ की संभावना न के बराबर होगी। तीसरा, नौकरी, यात्रा और वीज़ा प्रक्रियाओं में पासपोर्ट वेरिफिकेशन की जरूरत पड़ती है, ऐसे में डिजिलॉकर में उपलब्ध PVR के कारण बैकग्राउंड चेक और ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया तेजी से पूरी होंगी। यह पहल डिजिटल गवर्नेंस को मजबूत करेगी और भारत के ‘पेपरलेस सार्वजनिक सेवाओं’ के लक्ष्य को और आगे ले जाएगी।
 
कुछ शुरुआती चुनौतियां भी
डिजिलॉकर में पहले से आधार, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, स्कूल प्रमाणपत्र और वाहन पंजीकरण जैसे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ उपलब्ध हैं। अब पासपोर्ट वेरिफिकेशन रिकॉर्ड जुड़ने से इसकी उपयोगिता और बढ़ गई है, क्योंकि इससे नागरिक सरकारी मान्यता प्राप्त पहचान संबंधी डेटा को आसानी से नियोक्ताओं, ट्रैवल एजेंसियों या वीज़ा केंद्रों के साथ साझा कर सकेंगे। हालांकि, प्रारंभिक चरण में कुछ उपयोगकर्ताओं को डेटा अपडेट में देरी या मामूली विसंगतियों का सामना करना पड़ सकता है। विशेषज्ञों की सलाह है कि उपयोगकर्ता PVR उपलब्ध होने के बाद एक बार जानकारी की जांच अवश्य करें। कुल मिलाकर, यह सुविधा पासपोर्ट सेवाओं को अधिक सुव्यवस्थित और डिजिटल रूप से सक्षम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।