बुटीबोरी में बड़ा हादसा! निर्माणाधीन पानी की टंकी ढही, तीन मजदूरों की मौत

    19-Dec-2025
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accident in Butibori
नागपुर :
बुटीबोरी (Butibori) एमआईडीसी क्षेत्र में शनिवार को एक बड़ा औद्योगिक हादसा हो गया। नागपुर–चंद्रपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित डुड़गांव में अवाडा कंपनी के निर्माणाधीन प्रोजेक्ट में ओवरहेड पानी की टंकी अचानक ढह गई। हादसे के वक्त टंकी के नीचे और आसपास काम कर रहे मजदूर इसकी चपेट में आ गए। इस दुर्घटना में तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि करीब दस अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद पूरे परिसर में अफरा-तफरी मच गई और काम तत्काल रोक दिया गया। सूचना मिलते ही नागपुर ग्रामीण पुलिस और आपातकालीन टीमें मौके पर पहुंचीं।
 
 
टेस्टिंग के दौरान हुआ हादसा, गुणवत्ता पर सवाल
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार हादसा उस समय हुआ जब निर्माणाधीन पानी की टंकी की क्षमता जांच (टेस्टिंग) की जा रही थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि टंकी में पानी भरकर उसकी मजबूती परखने की प्रक्रिया चल रही थी, तभी अचानक ढांचा भरभराकर गिर गया। हादसे के बाद निर्माण में उपयोग की गई धातु शीट्स और अन्य सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। आशंका जताई जा रही है कि मानकों से कम गुणवत्ता की सामग्री या निर्माण में लापरवाही के चलते यह दुर्घटना हुई। बताया गया है कि इस प्रोजेक्ट के लिए पानी की आपूर्ति नागपुर के रामा डैम परियोजना से की जा रही थी और टंकी में भरा पानी आगे के निर्माण चरणों के लिए संग्रहित किया गया था।
 
घायलों का इलाज जारी, तीन मृतकों की पहचान
घायलों को तत्काल अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अविनाश गावंडे के अनुसार संतोष गौतम (27) को सिर में गंभीर चोट और दाहिने पैर की जांघ की हड्डी में फ्रैक्चर है, जबकि विकास कुमार (24) के सिर, छाती, घुटने और कोहनी में गंभीर चोटें आई हैं। दोनों को सर्जरी और ऑर्थोपेडिक विभाग में भर्ती किया गया है। अन्य घायलों का इलाज निजी अस्पतालों में जारी है। हादसे में अजय पासवान (27), अशोक पटेल (30) और एक अज्ञात मजदूर (30) की मौत हो गई, जिन्हें मृत अवस्था में मेडिकल अस्पताल लाया गया।
 
जांच शुरू, सभी टैंक खाली कराए गए
हादसे के बाद अवाडा कंपनी परिसर में मौजूद सभी पानी की टंकियों को एहतियातन खाली करा दिया गया है। सूत्रों के अनुसार तकनीकी जांच और संरचनात्मक निरीक्षण पूरा होने के बाद ही दोबारा पानी भरा जाएगा। नागपुर ग्रामीण पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह हादसा एक बार फिर औद्योगिक क्षेत्रों में चल रहे बड़े निर्माण कार्यों में मजदूरों की सुरक्षा, गुणवत्ता नियंत्रण और निगरानी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।