Image Source:(Internet)
नागपुर:
पारडी (Pardi) क्षेत्र में बुधवार, 10 दिसंबर की सुबह तब हड़कंप मच गया जब एक तेंदुआ आवासीय इलाके में घुस आया और चार लोगों को घायल कर दिया। स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई और स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि तुरंत वन विभाग और पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। यह घटना ऐसे समय हुई है जब शहर में तेंदुओं की बढ़ती मौजूदगी को लेकर पहले ही चिंता बनी हुई है।
घंटों चली रोमांचक रेस्क्यू ऑपरेशन की कहानी
सूत्रों के अनुसार, तेंदुआ रात के अंधेरे में शिकार की तलाश करते हुए आबादी वाले हिस्से तक पहुंच गया। सुबह होते ही उसने एक घर की छत पर शरण ली, लेकिन जैसे ही रेस्क्यू टीम आगे बढ़ी, तेंदुआ एक छत से दूसरी छत पर कूदता रहा, जिससे पूरी कार्रवाई बेहद जोखिमपूर्ण बन गई। कई घंटे की रणनीति और सावधानी के बाद वनकर्मियों ने ट्रैंक्विलाइज़र का इस्तेमाल कर तेंदुए को सुरक्षित रूप से काबू किया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित कर टीम की सहायता की, जिससे किसी बड़ी दुर्घटना को टाला जा सका।
शहर में बढ़ते वन्यजीव खतरे पर उठे सवाल
यह हाल के दिनों में दूसरी ऐसी घटना है, जिसने नागपुर शहर में तेंदुओं की आवाजाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वन विभाग अब आसपास के जंगलों और कॉरिडोर की निगरानी बढ़ाने की तैयारी में जुटा है। वहीं, शीतकालीन सत्र चल रहा होने के कारण यह मामला विधानसभा में भी उठने की उम्मीद है। जनप्रतिनिधि शहर में बढ़ते वन्यजीव घुसपैठ के कारणों, सुरक्षा उपायों और दीर्घकालिक समाधान पर चर्चा कर सकते हैं।