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मुंबई।
नागपुर (Nagpur) से चंद्रपुर को जोड़ने वाले 204 किमी लंबे एक्सप्रेसवे परियोजना को नई दिशा देते हुए राज्य की कैबिनेट इन्फ्रास्ट्रक्चर समिति ने इसके संशोधित डिजाइन को मंज़ूरी दे दी है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में हुई बैठक में केंद्र सरकार के गतिशक्ति पोर्टल से मिले सुझावों को शामिल करते हुए इस नई योजना पर सहमति बनी। बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, अजीत पवार, राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ, लोक निर्माण मंत्री शिवेंद्र सिंह भोसले और मुख्य सचिव राजेश अग्रवाल उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि अब कोई भी अवसंरचना परियोजना समिति के समक्ष रखने से पहले गतिशक्ति पोर्टल की अनिवार्य मंजूरी प्राप्त करेगी।
डिजाइन में किए गए अहम बदलाव
लोक निर्माण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव मनीषा म्हैसकर ने बैठक में एक्सप्रेसवे का अद्यतन प्रस्ताव प्रस्तुत किया। संशोधित योजना के अनुसार अब यह एक्सप्रेसवे सेलडोह इंटरचेंज (समृद्धि महामार्ग) से शुरू होकर दुर्ग–हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित नवगांव (मोर) तक लगभग 192 किमी तक फैला होगा। इसके अलावा मूल डिजाइन में शामिल 11 किमी लंबे चंद्रपुर लिंक रोड को भी बरकरार रखा गया है। नए संरेखण में कई तकनीकी सुधारों के साथ सुरक्षा, गति और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार यह अपडेटेड डिज़ाइन भविष्य की यातायात आवश्यकताओं और लॉजिस्टिक जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
परियोजना को मिलेगा पर्यावरणीय लाभ
संशोधित प्रस्ताव का एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि इससे लगभग 27 हेक्टेयर वन भूमि का संरक्षण संभव होगा। पहले प्रस्तावित मार्ग वन क्षेत्र से अधिक गुजर रहा था, जिसे नए डिजाइन में समायोजित किया गया है। पर्यावरणीय दृष्टि से यह परिवर्तन न केवल परियोजना की स्वीकृति प्रक्रिया को सुगम बनाएगा, बल्कि निर्माण के दौरान होने वाले संभावित नुकसान को भी कम करेगा। सरकार का कहना है कि यह एक्सप्रेस वे क्षेत्र के औद्योगिक विकास, कोयला परिवहन, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को नई गति देगा। नई डिजाइन को मंज़ूरी मिलने के साथ ही परियोजना तेजी से आगे बढ़ने की उम्मीद है और आने वाले महीनों में इसके क्रियान्वयन को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।