व्हाट्सएप पर फैल रहा फर्जी ‘RTO E-Challan’ ऐप स्कैम, यूजर्स का डाटा और अकाउंट खतरे में

    05-Nov-2025
Total Views |
 
Fake RTO E Challan app scam
 Image Source:(Internet)
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
भारत के डिजिटल स्पेस में एक और साइबर फ्रॉड तेजी से फैल रहा है। इस बार मामला एक फर्जी “RTO E Challan” एपीके फाइल का है, जो व्हाट्सएप के जरिए लोगों तक पहुंचाई जा रही है। यह स्कैम खुद को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) या “एम-परिवहन” एप के आधिकारिक संदेश के रूप में पेश करता है। लेकिन असल में यह एक मालवेयर (हानिकारक सॉफ्टवेयर) है जो यूजर्स का निजी डाटा चुरा सकता है और यहां तक कि उनके व्हाट्सएप अकाउंट को भी बैन करा सकता है।
 
कैसे फैल रहा है यह साइबर स्कैम
रिपोर्ट्स के अनुसार, यूजर्स को यह खतरनाक एपीके फाइल उनके जान-पहचान वाले कॉन्टैक्ट्स से मिल रही है, जिससे यह और भी भरोसेमंद लगती है। इस फाइल का नाम “RTO E-Challan” या “MParivahan” जैसा रखा गया है ताकि लोग इसे असली समझकर डाउनलोड कर लें। लेकिन जैसे ही कोई यूजर इस फाइल को क्लिक कर इंस्टॉल करता है, हैकर्स को मोबाइल में मौजूद निजी जानकारी, सेटिंग्स और अन्य संवेदनशील डेटा तक पहुंच मिल जाती है। इतना ही नहीं, यह मालवेयर खुद-ब-खुद यूजर के सभी कॉन्टैक्ट्स को भी वही फाइल भेज देता है, जिससे यह स्कैम और तेजी से फैलता है।
 
स्कैम के खतरनाक परिणाम
इस स्कैम के शिकार यूजर्स ने बताया है कि उनके मोबाइल का नियंत्रण अचानक हैकर्स के हाथों में चला गया और उनका व्हाट्सएप अकाउंट भी बैन कर दिया गया। इस नकली ऐप के जरिए साइबर अपराधी डिवाइस से पासवर्ड, बैंक डिटेल्स, फोटो और अन्य जरूरी जानकारी निकाल लेते हैं। इसके अलावा, यह ऐप फोन की सेटिंग्स बदलकर लगातार खुद को एक्टिव रखता है और अन्य लोगों तक फैलता रहता है। यह यूजर्स की डिजिटल सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा साबित हो रहा है।
 
कैसे रहें सुरक्षित
साइबर विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि किसी भी स्थिति में व्हाट्सएप या एसएमएस से मिली एपीके फाइल डाउनलोड न करें, चाहे वह किसी जानकार द्वारा ही क्यों न भेजी गई हो। ध्यान रखें कोई भी सरकारी संस्था, जैसे कि RTO या परिवहन विभाग, व्हाट्सएप पर ऐप फाइल नहीं भेजती। ऐसे संदेश तुरंत डिलीट करें और आगे न बढ़ाएं। यदि गलती से फाइल क्लिक हो गई है, तो तुरंत इंटरनेट डिस्कनेक्ट करें, एंटीवायरस स्कैन चलाएं, ऐप को सेटिंग्स से अनइंस्टॉल करें और अपने सभी महत्वपूर्ण अकाउंट्स के पासवर्ड बदलें। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते डिजिटल इस्तेमाल के साथ ऐसे साइबर हमलों में तेजी आ रही है, इसलिए सतर्क रहना और सुरक्षा सॉफ्टवेयर को अपडेट रखना बेहद जरूरी है।