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एबी न्यूज़ नेटवर्क।
बॉलीवुड के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र (Dharmendra) का सोमवार को 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनकी निधन की खबर ने फिल्म इंडस्ट्री और उनके चाहने वालों को गहरे शोक में डूबो दिया। ‘शोले’, ‘फूल और पत्थर’, ‘आए दिन बहार के’ और ‘आई मिलन की बेला’ जैसे फिल्मों में अपनी दमदार अदाकारी के लिए चर्चित धर्मेंद्र सिर्फ पर्दे पर ही नहीं बल्कि असल जिंदगी में भी एक आदर्श पति, पिता और दादा के रूप में जाने जाते थे। उनके परिवार के साथ बिताए गए खूबसूरत पल आज भी सोशल मीडिया और यादों में बसे हुए हैं, जो इस बात की गवाही देते हैं कि वे एक भावुक और परिवारवादी इंसान थे।
हेमा मालिनी संग अटूट रिश्ता
धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की जोड़ी सिर्फ फिल्मों में ही नहीं बल्कि जिंदगी में भी प्रतीक बनी। दोनों की प्रेम कहानी ने कई सामाजिक परंपराओं को पीछे छोड़ते हुए समय की परीक्षा को सहजता से पार किया। हेमा मालिनी अक्सर सोशल मीडिया पर धर्मेंद्र के साथ तस्वीरें साझा करती थीं। उनके जन्मदिन पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा था, “A day to celebrate! Happiest Birthday to the man of my dreams... I hold your heart as you hold mine...”। यह संदेश सिर्फ एक बधाई नहीं बल्कि उनके रिश्ते की सच्चाई और गहराई का प्रमाण था।
सनी और बॉबी के लिए एक आदर्श पिता
धर्मेंद्र अपने बेटों सनी देओल और बॉबी देओल के बेहद करीब थे। वह अक्सर सोशल मीडिया पर उनके साथ अपनी तस्वीरें पोस्ट करते हुए अपनी भावनाएं खुले दिल से जाहिर करते थे। एक पोस्ट में उन्होंने सनी के लिए लिखा था, “Big hearted Sunny... I feel like a child in his company.” सनी और बॉबी भी अपने पिता के प्रति उतने ही भावुक रहे। एक तस्वीर साझा करते हुए बॉबी ने लिखा था, “Blessed to be your son, Papa.” इससे साफ होता है कि धर्मेंद्र सिर्फ पिता नहीं बल्कि अपने बच्चों के सबसे करीबी दोस्त भी थे।
पोते-पोतियों से खास लगाव
धर्मेंद्र की अपने पोते-पोतियों से जोड़ी भी उतनी ही भावुक और प्यार भरी रही। वह राजवीर और करण देओल की फिल्मों और उपलब्धियों पर गर्व करते दिखाई देते थे। राजवीर की पहली फिल्म ‘दोनों’ के दौरान उन्होंने लिखा, “Dade Pote di yaari... har yaari ton bhari.” वहीं करण ने अपने दादा से मिले सीख को याद करते हुए कहा था, “An actor's growth never stops… even at his age he keeps learning.” धर्मेंद्र का यह सफर सिर्फ सिनेमा तक सीमित नहीं रहा बल्कि उन्होंने एक ऐसी विरासत छोड़ी है, जिसमें परिवार, प्रेम और संस्कार प्रमुख हैं।