‘खासदार सांस्कृतिक महोत्सव-2025’ के तीसरे दिन गूंजा सुरों का अद्भु म त समागम
नागपुर।
खासदार सांस्कृतिक महोत्सव-2025 के तीसरे दिन का शाम का सत्र नागपुरवासियों के लिए एक अविस्मरणीय संगीतमय अनुभव बन गया। बांसुरी, सितार, तबला, ड्रम्स और अनेक वाद्य यंत्रों के संगम ने ऐसा सुरमयी जादू रचा कि पूरा परिसर संगीत की धुनों में झूम उठा। कार्यक्रम की शुरुआत प्रसिद्ध बांसुरीवादक पद्मश्री रोनू मजूमदार की रचना ‘डांसिंग विद द बीट’ (राग हंसध्वनि) से हुई, जिसने वातावरण को सुरों की तरंगों से भर दिया।
जब सुर और ताल हुए एक
ईश्वर देशमुख शारीरिक शिक्षण महाविद्यालय, हनुमान नगर के मैदान पर हुए इस कार्यक्रम में तबला, सितार, बांसुरी और तालवाद्यों का अद्भुत संगम देखने को मिला। ड्रम्स कलाकार गौतम शर्मा और निलेश मोरे ने उद्घाटन किया, जिसके बाद जैज़ संगीत के विशेषज्ञ अतुल रनिंगा, बेस गिटारिस्ट मनीष कुलकर्णी, सितार वादक कविता कट्टी, बांसुरी सम्राट रोनू मजूमदार और प्रसिद्ध तबला वादक विक्रम घोष ने मंच संभाला। तबला और परकशन के जादूगर तौफीक कुरैशी ने अपने वादन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में ‘बैक टू द रूट्स’ (राग कलावती) और ‘रामता फ्यूजन’ जैसे प्रस्तुतियों ने दर्शकों को भारतीय शास्त्रीयता और आधुनिकता का सुंदर संगम दिखाया। राग बागेश्री की झंकार पर जब ताल के बोल गूंजे, तो हर श्रोता का मन संगीत के सागर में डूब गया।
‘विदर्भ में संगीत को मिला सम्मान’ — रोनू मजूमदार
कार्यक्रम के दौरान पद्मश्री रोनू मजूमदार ने अपने शब्दों में कृतज्ञता व्यक्त की “पहले खासदार में बजाने के लिए ‘खास’ होना पड़ता था, और आज हमें नागपुर में यह सम्मान मिला है। इसके लिए हम खासदार नितिन गडकरी जी के आभारी हैं, जिन्होंने विदर्भ में संगीत को पहचान दी।”
उन्होंने कहा कि खासदार सांस्कृतिक महोत्सव ने इस क्षेत्र में कला और संस्कृति को नया आयाम दिया है।
दीप प्रज्वलन और स्थानीय जेम्स बैंड की प्रस्तुति
कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी, कांचनताई गडकरी, राज्य सूचना आयुक्त राहुल पांडे, डॉ. मुफद्दल लाकडावाला, डॉ. हर्षवर्धन मार्डिकर, डॉ. मनीषा मार्डिकर, उद्योगपति अतुल गोयल, अनिल नायर, संजय गुप्ता, निलेश साठे और विधायक विपिन वर्मा के हस्तों दीप प्रज्वलन से हुआ। मुख्य कार्यक्रम से पहले स्थानीय *जेम्स बैंड* ने अपने ऊर्जावान प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। लीड सिंगर जेम्स इंगोले, गिटारिस्ट मोहित चौधरी, कीबोर्डिस्ट आयुष बंगरिया, ड्रमर कुणाल शेंडे और बेस गिटारिस्ट जोसेफ न्यूटन को मंच पर सम्मानित किया गया।
आज कार्यक्रम में
रात के कार्यक्रम में ‘राष्ट्रसंतांची जीवन गाथा’ नामक ऑडियो-विजुअल संगीतमय प्रस्तुति और सुबह के ‘जागर भक्तीचा’ सत्र में शिव महिमा स्तोत्र पाठ का आयोजन भी किया गया।