शिवशस्त्र शौर्य गाथा प्रदर्शनी का कोल्हापुर में भव्य शुभारंभ

    30-Oct-2025
Total Views |
लक्ष्मी विलास पैलेस में प्रदर्शित हुए 16वीं-17वीं सदी के 235 शस्त्र

Shivshastra Shaurya GathaImage Source:(Internet) 
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
कोल्हापुर (Kolhapur) के लक्ष्मी विलास पैलेस जो राजर्षि शाहू महाराज की जन्मस्थली है, में मंगलवार को बहुप्रतीक्षित ‘शिवशस्त्र शौर्य गाथा’ प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन संरक्षक मंत्री प्रकाश आबीटकर ने किया, जबकि संस्कृति मंत्री आशीष शेलार ने ऑनलाइन माध्यम से संबोधित किया। ब्रिटेन के विक्टोरिया एंड अल्बर्ट म्यूजियम, लंदन से लाए गए मराठा कालीन हथियारों में वाघ नख (टाइगर क्लॉ) प्रमुख आकर्षण बना हुआ है। इस प्रदर्शनी में 16वीं और 17वीं सदी के 235 दुर्लभ शस्त्रों को प्रदर्शित किया गया है, जिनमें दंड पट्टा, तलवारें, भाले, ढालें, बंदूकें, हथियारों के ब्लेड और टाइगर क्लॉ शामिल हैं। यह प्रदर्शनी आगामी आठ महीनों तक कोल्हापुर में आयोजित की जाएगी।
 
मराठा शौर्य को श्रद्धांजलि
संस्कृति मंत्री आशीष शेलार ने ऑनलाइन संबोधन में कहा कि यह प्रदर्शनी महाराष्ट्र के गौरवशाली इतिहास और छत्रपति शिवाजी महाराज की युद्ध नीति को श्रद्धांजलि स्वरूप आयोजित की गई है। उन्होंने बताया कि ‘शिवशस्त्र शौर्य गाथा’ प्रदर्शनी महाराष्ट्र सरकार की पहल है, जिसके तहत यह प्रदर्शनी उन शहरों में लगाई जा रही है जो भोसले परिवार से जुड़े हैं सतारा, नागपुर और अब कोल्हापुर। कार्यक्रम में जिलाधिकारी अमोल येडगे, मुख्य कार्यकारी अधिकारी कार्तिकेयन एस., पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार गुप्ता, पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ. तेजस गारगे और उपनिदेशक हेमंत दलवी भी उपस्थित थे।
 
कमजोर आयोजन पर नाराजगी
हालांकि, प्रदर्शनी के पहले दिन आयोजन को लेकर कई इतिहास प्रेमी और शिवाजी महाराज के अनुयायी असंतुष्ट नजर आए। मराठा महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसंतराव मुले ने कहा कि “यह आयोजन अत्यंत कमजोर रहा। वाघ नख एक महीने पहले कोल्हापुर पहुंच चुका था और जनता इसके उद्घाटन का इंतजार कर रही थी, लेकिन न तो नागरिकों को आमंत्रित किया गया और न ही मुख्य अतिथि उपस्थित हुए।” उन्होंने यह भी बताया कि खाली कुर्सियाँ भरने के लिए एक निजी कॉलेज के छात्रों को जबरन बुलाया गया। इस पर संरक्षक मंत्री प्रकाश आबीटकर ने कहा कि यह केवल औपचारिक उद्घाटन है और आगामी आठ महीनों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यदि किसी स्तर पर लापरवाही हुई है, तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।