सोलापुर में राजनीतिक हलचल: पूर्व विधायक भाजपा में शामिल होने की राह पर

    17-Oct-2025
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Solapur Former MLA Dilip Mane
 Image Source:(Internet)
एबी न्यूज़ नेटवर्क।
सोलापुर (Solapur) में आगामी नगर निगम और ज़िला परिषद चुनावों से पहले राजनीतिक माहौल गरम हो गया है। खबर है कि जिले के चार पूर्व विधायकों ने कल रात (गुरुवार) मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से वर्षा के आवास पर मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात के बाद जिले की सियासत में हलचल मच गई है। पालक मंत्री जयकुमार गोरे ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा, "जिले के कई बड़े नेता भाजपा में शामिल होने की राह पर हैं।" उनकी यह टिप्पणी इस बात का संकेत है कि आगामी चुनावों में कई नेता राजनीतिक पत्ते बदल सकते हैं।
 
दिलीप माने ने की विस्तृत टिप्पणी
पूर्व विधायक दिलीप माने ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद विस्तृत बातचीत की। माने ने कहा, "मैंने कल मुख्यमंत्री फडणवीस से मुलाक़ात की। मैं पहले ही जयकुमार गोरे और सचिन कल्याणशेट्टी से मिल चुका था। अगले चुनावों को लेकर चर्चा हुई थी। हमने मार्केट कमेटी के चुनावों के ज़रिए मुख्यमंत्री के संपर्क में आकर जिले में कई विकास कार्यों की गति देखी। हवाई सेवा शुरू हो गई है, आईटी पार्क भी बन रहा है।" माने ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य कार्यकर्ताओं को आगे की राह दिखाना और क्षेत्र में विकास को सुनिश्चित करना है।
 
कांग्रेस में असंतोष का इजहार
पूर्व विधायक माने ने कांग्रेस पार्टी में अपनी स्थिति पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "हम विपक्षी दल में नहीं हैं, सत्ताधारी दल में भी नहीं हैं। चुनाव आने वाले हैं, तो हम कैसे शांत रह सकते हैं। कांग्रेस में जिनके साथ हमारे संबंध थे, वे आज वहां पद पर नहीं हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल को शायद यह भी पता नहीं कि मैं कौन हूँ। यही कारण है कि हम पार्टी बदलने की स्थिति में हैं।" माने ने यह भी स्पष्ट किया कि बाबंडदा का बेटा भी पिता से पूछकर इस मुलाक़ात में शामिल हुआ था और पार्टी बदलने के पीछे यही असंतोष एक बड़ा कारण है।
 
आगामी चुनावों में संभावित बदलाव
पूर्व विधायक माने ने कहा कि चुनाव कार्यकर्ताओं के सवालों के चलते उन्हें सक्रिय भूमिका निभानी पड़ रही है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे सहयोग करते रहेंगे। माने ने यह भी कहा कि भाजपा में शामिल होने वाले अन्य नेताओं की भी यही समस्या है कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में काम नहीं हो रहा है। "हम पार्टी को बढ़ाना चाहते हैं, इसलिए आपको दूसरों की चिंता नहीं करनी चाहिए," माने ने मुख्यमंत्री के कथन को साझा किया। इससे संकेत मिलता है कि सोलापुर में आगामी चुनावों से पहले राजनीतिक समीकरणों में बड़े बदलाव संभव हैं।