बढ़ रहा कंजंक्टिवाइटिस का खतरा! मनपा स्वास्थ्य विभाग ने की सावधान रहने की अपील

    25-Jul-2023
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Conjunctivitis - Abhijeet Bharat 
नागपुर : बरसात के मौसम में पर्यावरण में कई सूक्ष्म परिवर्तन होते हैं, वातावरण में परिवर्तन के कारण बैक्टीरिया या वायरस जैसे सूक्ष्म जीवों के कारण कई बीमारियों के उत्पन्न होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है और नागरिकों को सतर्क रहना आवश्यक। क्योंकि इस दौरान नेत्रश्लेष्मलाशोथ (Conjunctivitis) इस आंखों की बीमारी से इनकार नहीं किया जा सकता। इसलिए मनपा ने नागरिकों से सावधान रहने की अपील की है।
 
380 से ज्यादा मरीज हुए पंजीकृत
 
कंजंक्टिवाइटिस एक संक्रमण है जो मुख्य रूप से पर्यावरण में परिवर्तन के कारण बैक्टीरिया या वायरस जैसे सूक्ष्मजीवों के कारण होता है। वर्तमान समय में आंखों से संबंधित बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ गई है और दिन-ब-दिन आंखों की समस्याओं के कई मरीज पाए जा रहे हैं। कंजंक्टिवाइटिस एक आंख का संक्रमण है जो आंख के सफेद हिस्से और पलक के अंदर की परत वाले पतले ऊतकों की सूजन के कारण होता है। नागपुर नगर स्वास्थ्य केंद्र में अब तक इस बीमारी के 380 से ज्यादा मरीज पंजीकृत हो चुके हैं। इसलिए मनपा के नोडल (महामारी) अधिकारी डॉ. गोवर्धन नवखरे ने नागरिकों से आग्रह है कि वे इस संबंध में सतर्क रहें।
 
'यह बीमारी मुख्यतः एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकती है। लेकिन अगर सही समय पर इलाज हो जाए तो चिंता की कोई बात नहीं है। यह रोग केवल शारीरिक संपर्क और स्राव संपर्क से ही फैल सकता है। हालांकि, यदि आपको कंजंक्टिवाइटिस से संबंधित कोई भी लक्षण दिखाई देता है, तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए या इलाज के लिए नगर निगम स्वास्थ्य केंद्र में जाना चाहिए' डॉ. गोवर्धन नवखरे ने कहा।
 
कंजंक्टिवाइटिस के लक्षण
 
  • - कंजंक्टिवा के ऊपर सूजन आना
  • - आंख के सफेद हिस्से या पलक के अंदर का लाल होना
  • - आंखों में जलन और खुजली होना
  • - धुंधली दृष्टि और प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता
  • - आंखों से पानी निकलना
 
कंजंक्टिवाइटिस के निवारक उपाय
 
  • - स्वच्छता बनाए रखें, नियमित रूप से हाथ धोएं और आंखों को छूने से बचें
  • - एक दूसरे के तौलिए या रूमाल, डिस्पोज़ेबल का उपयोग न करें
  • - तकिए का कवर नियमित रूप से बदलें
  • - एक दूसरे का ब्यूटी प्रोडक्ट या आई केयर प्रोडक्ट उपयोग न करें।
 
कंजंक्टिवाइटिस होने पर बरती जाने वाली सावधानियां
 
  • - पूर्ण अलगाव और आराम के साथ घर पर रहें, जिससे बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है
  • - तौलिया या रुमाल का प्रयोग किसी को नहीं करना चाहिए
  • - सुनिश्चित करें कि आपके कपड़े अलग से धोए जाएं
  • - लक्षण दिखने पर खुद से दवा न लें और किसी चिकित्सकीय पेशेवर से सलाह लें
  • - जब तक संक्रमण खत्म न हो जाए, तकिए का कवर हर दिन बदलें
  • - संक्रमित आंख को उंगली से न रगड़ें। यदि आवश्यक हो तो टिश्यू का प्रयोग करें
  • -आंखों में धूल या कुछ भी जाने से बचाये, नहीं तो परेशानी बढ़ सकती है