Image Source: Freepik
नागपुर : हर साल 4 जनवरी को विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) मनाया जाता है। हर साल इसे एक थीम के अंतर्गत मनाया जाता है। इस वर्ष इसे "क्लोज़ द केयर गैप" थीम के तहत मनाया जा रहा है। इस थीम के अनुसार, कैंसर मरीजों की देखभाल के दौरान असमानताओं को दूर करने के बारे लोगों में जागरूकता लाने का उद्देश्य है। विश्व कैंसर दिवस का नेतृत्व Union for International Cancer Control (UICC) को समर्थन दर्शाने और उद्देश्य को पूरा करने के लिए 2008 में लिखे 'World Cancer Declaration' के तहत मनाया जाता है। विश्व कैंसर दिवस मनाने की शुरुआत 4 फरवरी 2000 में पेरिस में आयोजित हुए पहले World Summit Against Cancer से की गई।
एक रिसर्च के अनुसार, भारत में 2022 में कैंसर मरीजों की संख्या 19 से 20 लाख के बीच थी। दुनिया में कई ऐसे देश है जहां आज भी कैंसर के अस्पतालों की कमी होने की वजह से लोग यूं ही बिना किसी उपचार के मर जाते है। कैंसर के मरीजों को ठीक करने के कुछ ऐसे तकनीकों की खोज की गई है जिससे व्यक्ति कुछ साल और जी सकता है जिसमें से कुछ लोग कीमोथेरेपी के जरिए ठीक भी हो जाते है। उपचार के दौरान आज भी कई ऐसी जगह है जहां मरीजों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 'विश्व स्वास्थ्य दिन' मनाया जाता है। कई ऐसी संस्था है जो कैंसर से जूझ रहे मरीजों की सेवा तथा महंगे इलाज के लिए पैसे और दवाइयों के लिए विशेष फंड जमा कर गरीब, असहाय लोगों की मदद करते है।
इस दिन को पुरे विश्व में कैंसर से पीड़ित मरीजों के साहस के लिए और ''क्लोज़ द केयर गैप" थीम के अंतर्गत सेलिब्रेट किया जा रहा है।
विश्व कैंसर दिवस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सभी से अपील की है कि कैंसर के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के लिए में शामिल हों। उन्होंने आगे कहा, 'AB-HWC, पीएम भारतीय जनऔषधि परियोजना और अन्य विभिन्न पहलों के माध्यम से, पीएम मोदी की सरकार कैंसर का जल्द पता लगाने और किफायती उपचार सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है।'
क्या होते है कैंसर के सामान्य लक्षण?
- रोज के मुकाबले ज्यादा थकान होना जो आराम करने के बाद भी ठीक नहीं होता।
- अचानक वजन का कम होना या बेवजह हद से ज्यादा शरीर का वज़न बढ़ना।
- शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन आना और गाठ होना।
- स्तन या बाह में गांठ या अकड़न और कड़ापन मेहसूस होना।
- सांस लेने में दिक्क्त और निगलने में कठिनाई यह प्रमुख कारणों मेें से एक है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने पांच कॉमन कैंसर के बारें में बताया।
इसके अलावा WHO ने बताया कि कैंसर के रिस्क को कैसे कम किया जा सकता है।
विश्व कैंसर दिवस पर ल्यूकेमिया केयर ने डॉ. आमिर खान का एक वीडियो शेयर किया है जो बताता है कि कैसे ल्यूकेमिया को स्पॉट किया जाता है।
क्या है ल्यूकेमिया?
ल्यूकेमिया शरीर के रक्त बनाने वाले टिशू का कैंसर है, जिसमें अस्थि मज्जा (bone marrow) और लसीका प्रणाली (lymphatic system) शामिल है। कई प्रकार के ल्यूकेमिया मौजूद हैं। बच्चों में ल्यूकेमिया के कुछ रूप अधिक आम हैं। ल्यूकेमिया के अन्य रूप ज्यादातर वयस्कों में होते हैं। ल्यूकेमिया में आमतौर पर श्वेत रक्त कोशिकाएं (white blood cells) शामिल होती हैं।
Watch Video :