भंडारा: जिले में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. जिले में कई स्थानों पर फसलों को पानी से बचाने के लिए किसानों में भगदड़ मच गई. किसानों की खेत व सड़कों पर रखी धान की फसल पानी में भीगने से खराब हो गई. वहीं इस बारिश से मौसम काफी ठंडा हो गया है. लोगों को दिन भर गर्म कपड़ों में रहना पड़ रहा है.साथ ही अलाव का सहारा लिया जा रहा है.
सालेकसा तहसील में सुबह 8.30 बजे से निरंतर शुरू बेमौसम बारिश की वजह से सालेकसा, दरेकसा, साकरीटोला सातगांव, सालईटोला, गांधी टोला, हेटी टोला, कारुटोला, तिरखेडी, कावरा बांध, झालिया, सोनपुरी व बोदलबोडी परिसर में धान उत्पादक किसानों का भारी नुकसान हुआ है. हालांकि मानसून खराब होने के संबंध में मौसम विभाग व कृषि विभाग ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया था. लेकिन इसके बावजूद काटकर खेतों में रखी गई धान की फसल आमगांव तहसील के गोरठा में बेमौसम बारिश से खराब हुई फसल को समेटने में किसान असमर्थ थे. इसकी वजह से धान उत्पादक किसानों का बड़े पैमाने में नुकसान हुआ है. किसानों ने जिला व तहसील प्रशासन से बेमौसम बारिश की वजह से हुए नुकसान का तत्काल पंचनामा कर प्रभावित किसानों को मुआवजा देने व फसल बीमा कंपनी से भी इस ओर ध्यान देने की मांग की है.
जानवरों को चारे की भी कमी
सालेकसा तहसील में बड़े पैमाने में रबी की फसल लगाई जाती है. तहसील में धान, तुअर, मूंग, उड़द के साथ-साथ बैंगन, गोभी, टमाटर, फ्लॉवर, मिर्ची, परवल व करेले की खेती की गई है. लेकिन बेमौसम बारिश की वजह से इन फसलों पर परिणाम होने की आशंका है. जा रही है. इस बेमौसम बारिश की वजह से धान का चारा भी खराब हो गया है. इसकी वजह से जानवरों को चारे की भी कमी होने की आशंका है.
आमगांव तहसील में काफी नुकसान
तहसील में हुई बेमौसम बारिश ने खेतों की चना, गेहूं आदि रबी फसलों को क्षति पहुंचाई है. तहसील में बड़े पैमाने में किसानों द्वारा धान की फसल की कटाई की गई है. धान की फसल खेतों में बिखरी पड़ी है. इस बारिश की वजह से धान की फसल खराब हो गई है. तहसील के ग्राम गोरठा में बेमौसम बारिश ने खेतों में पड़ी धान की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है. किसानों ने मुआवजे की मांग की है.