नागपुर : राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय का 111वां दीक्षांत समारोह कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहला समारोह 2 दिसंबर को होगा और इसमें देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगी। एक डीएससी और दो पीएचडी धारकों को उनके द्वारा स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुभाष चौधरी ने बुधवार को बताया कि दीक्षांत समारोह का दूसरा चरण फरवरी में होगा और इसमें सेना प्रमुख जनरल मनाेज पांडे को आमंत्रित किया गया है। दीक्षांत समारोह 2 दिसंबर, 2023 को सुबह 10 बजे राष्ट्रपति की उपस्थिति में कविवर्य सुरेश भट्ट सभागार, रेशिमबाग में आयोजित किया जा रहा है।
इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति रमेश बैस, राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा इस समारोह में विश्वविद्यालय प्रबंधन परिषद के सदस्यों के साथ-साथ सभी संकायों के माननीय डीन भी उपस्थित रहेंगे। इस दीक्षांत समारोह में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय से डीएससी की डिग्री प्राप्त करने वाले डॉ. रामचन्द्र हरिसा तुपकरी और डॉ. टीवी गेदाम सुवर्णपदक आचार्य, छात्रा राजश्री ज्योति दास रामटेके को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा। तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम नागपुर यूनिवर्सिटी के 100 वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे और राष्ट्रपति यूनिवर्सिटी के 100 साल पूरे होने पर एक बार फिर शताब्दी दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुलपति डॉ. संजय दुधे, रजिस्ट्रार डॉ. राजू हिवसे, निदेशक परीक्षा एवं मूल्यांकन बोर्ड डॉ. प्रफुल्ल साबले, वित्त एवं लेखा अधिकारी हरीश पालीवाल उपस्थित थे।
79 हजार विद्यार्थियों को मिलेगा ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट
कुलपति डॉ चौधरी ने आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय का दूसरे चरण का समारोह अगले वर्ष फरवरी 2024 में आयोजित किया जाएगा और इसमें सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर शीतकालीन 2022 और ग्रीष्मकालीन 2023 में आयोजित परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले 79,447 छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएगी। संकाय के अनुसार ग्रेजुएट होने वाले छात्रों की संख्या इस प्रकार है: विज्ञान और प्रौद्योगिकी संकाय में 29,641, वाणिज्य और प्रबंधन संकाय में 19843, मानविकी संकाय में 19312, आंतरविद्याशाखीय संकाय में 3951, स्वायत्त कॉलेजों में 6400 विद्यार्थियों को ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट प्राप्त होगा।
129 आचार्य डिग्री धारक
विश्वविद्यालय के अंतर्गत शिक्षक और शोधकर्ता छात्र अनुसंधान करते हैं। इस दीक्षांत समारोह में 129 शोधार्थियों को आचार्य की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। इसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी संकाय में 60, वाणिज्य और प्रबंधन संकाय में 21, मानविकी संकाय में 36, अंतःविषय अध्ययन संकाय में 13 आदि शामिल हैं।