यवतमाल : जिले में हुई बेमौसम बारिश के कारण खेतों में फसल पर इसका असर पड़ने की आशंता जताई जा रही है. वहीं तुअर की कीमतें जो 12,000 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गई थीं, वह घटकर 10,400 रुपए प्रति क्विंटल हो गई हैं. इसमें दो माह में प्रति क्विंटल दो हजार रुपए की गिरावट आई है.
पिछले साल सीजन के दौरान तुअर का रेट 8500 रुपए प्रति क्विंटल था. मार्च तक किसानों के पास तुअर का स्टॉक खत्म हो गया. इसके बाद तुअर की कीमतें बढ़ने लगीं. भाव 12,000 रुपए प्रति क्विंटल से अधिक हो गए थे. अब फिर तुअर के दामो में गिरावट देखी जा रही है. इससे बाद अब बेमौसम बारिश ने अपना रंग दिखाया है. अगले कुछ माह में तुअर की नई फसल बाजार में आ जाएगी, तब तक तुअर की दरों को बनाए रखना असंभव है.
कीमत को नियंत्रित करने के लिए सरकार तुअर का विदेशों से आयात करेगी इससे फसल दर में कमी आने का अनुमान है. इस वर्ष भारी बारिश और सूखे के कारण तुअर के क्षेत्र में बड़ी गिरावट आई. इससे तुअर का उत्पादन घटने का अनुमान है. प्रकृति की मार और अरहर पर कीड़ों के हमले के कारण इसके उत्पादन में काफी कमी होने की आशंका है. जिले की सभी बाजार समितियों में अरहर की कीमतें तो ऊंची हैं, लेकिन बाजार में बिक्री के लिए अरहर नहीं मिल पा रही है.