Winter Session 2023: कस्तूरचंद पार्क, यशवंत स्टेडियम ही मोर्चों का उचित स्थान; मोर्चे हो सकते हैं आक्रामक, सतर्कता बरतना जरूरी

    24-Nov-2023
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- शीतकालीन सत्र के दौरान यातायात बाधित होना निश्चित
- हर साल निकलते हैं सौ से अधिक मोर्चे

kasturchand park yashwant stadium are appropriate places for fronts 
 
नागपुर :
इस बार का शीतकालीन सत्र (Winter Session 2023) पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। यह मौजूदा सरकार का आखिरी सत्र होगा। ऐसे में विपक्षी दल किसी भी कीमत पर सरकार पर हावी होने की कोशिश करेंगे। साथ ही प्रत्येक सम्मेलन में जुलूसों की संख्या 100 से अधिक होती है। प्रशासन ने पहले ही अनुमान लगाया है कि इस साल मोर्चों की संख्या अधिक होगी। मराठा आरक्षण का मुद्दा अब भी गरमाया हुआ है। इसके चलते इस साल प्रदर्शनकारियों के आक्रामक होने की आशंका है। कई पार्टियों ने मोर्चा प्रायोजित किया है। राकांपा के रोहित पवार इस साल एक भव्य मार्च निकालने जा रहे हैं। इस मोर्चे को महाविकास अघाड़ी का समर्थन मिलेगा। खुफिया एजेंसियां राज्य भर से हजारों लोगों के आने की आशंका जता रही हैं।
 
शीतकालीन सत्र के दौरान मोर्चे निकलने से शहर की यातायात व्यवस्था बाधित हो जाती है। लेकिन इस साल ये मोर्चे प्रशासन के लिए सिरदर्दी बढ़ा सकते हैं। ऐसे में यातायात व्यवस्था बाधित होना लगभग तय है। सितंबर में हुई भारी बारिश से धीरन कन्या विद्यालय के सामने का पुल बह गया। पंचशील चौक और झांसी रोनी चौक के बीच यातायात बंद कर दिया गया है। अब पुल का निर्माण पूरा होने तक इस मार्ग पर आवागमन शुरू नहीं हो सकेगा। इसलिए सभी वाहन पंचशील से यशवंत स्टेडियम और मुंजे चौक होते हुए जा रहे हैं। दूसरी ओर, पंचशील से बाएं मुड़ें और रामदासपेठ नहर रोड पर अलंकार चौक पर जाएं। शीतकालीन सत्र के दौरान पदयात्राएं यशवंत स्टेडियम से ही शुरू होती हैं। सत्र के दौरान यहां हजारों की संख्या में लोग जुटेंगे और यातायात पूरी तरह से ठप हो जाएगा। कैनाल रोड की चौड़ाई भी कम है। अगर सारे वाहनों का ट्रैफिक वहां से डायवर्ट कर दिया जाए तो जाम लगना तय है। एक विकल्प शहीद गोवारी ब्रिज है, लेकिन मार्च का रुकने का स्थान मॉरिस कॉलेज टी-प्वाइंट पर ही है। सभी वीआईपी मूवमेंट केवल बर्डी फ्लाईओवर तक होंगे। ऐसे में अगर मोर्चों के लिए पुल पर ट्रैफिक बंद कर दिया जाएगा तो गाड़ियां कहां से जाएगी, यह बड़ा सवाल है। वर्धा रोड से सिविल लाइंस और उत्तर नागपुर जाने वाले वाहनों के लिए योजना बनाना मुश्किल होगा।
 
यशवंत स्टेडियम में ही की जाए मोर्चों की व्यवस्था
विभिन्न संगठनों का मार्च यशवंत स्टेडियम से निकलकर विधान भवन की ओर बढ़ता है। कुछ जुलूस मुंजे चौक से मानस चौक होते हुए हिल रोड की ओर भेजे जाते हैं, जबकि अन्य झासी रानी और वेरायटी चौक से होते हुए मॉरिस कॉलेज टी-प्वाइंट तक जाते हैं। यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो इसके लिए मार्च स्थल यशवंत स्टेडियम में ही बनाया जा सकता है। फिर भी मंत्री ने मार्च स्थल पर आकर बयान को मानना बंद कर दिया है। सभी मार्च का प्रतिनिधिमंडल विधान भवन जाकर मंत्री को वक्तव्य देगा। ऐसे में अगर जुलूस को यशवंत स्टेडियम में ही रोक दिया जाए तो यातायात व्यवस्था भी सुचारू रहेगी और सुरक्षा के लिहाज से भी यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है। वहां प्रदर्शनकारियों के लिए व्यवस्था की जानी चाहिए. फिर भी मार्च के कारण स्थानीय नागरिकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
 
कस्तूरचंद पार्क भी हो सकता है विकल्प
सम्मेलन के दौरान पदयात्री दिन भर सड़कों पर डेरा जमाए रहते हैं। मॉरिस कॉलेज टी-प्वाइंट और टेकडी रोड के साथ श्री मोहिनी कॉम्प्लेक्स और एलआईसी चौक को भी मार्च का स्टॉपिंग पॉइंट बनाया गया है। उत्तर और पूर्व नागपुर से आने वाले जुलूसों को यहीं रोका जाता है। ऐसे में मार्च के लिए कस्तूरचंद पार्क भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। मैदान चारों तरफ से बाड़ और दीवारों से घिरा हुआ है। यदि यहां नियोजित पुलिस उपस्थिति होगी तो प्रदर्शनकारी बाहर नहीं जा सकेंगे। इस पर पहले भी विचार किया जा चुका है। लेकिन पुलिस अधिकारी वर्षों से कन्वेंशनल तरीकों से हटकर सोचने में अनिच्छुक रहे हैं।